todar mal

Monday, May 25, 2015

राजस्थान की गर्मी का दूहा

गजेन्द्र सिंह शेखावत 

ताती बाजे लूवां,
सुना -ढाणी  गांव |
तपती- बलती  बास्ते
 ज्यूँ सामो चूले- ताव ॥(1)

गर्मी की दोपहरयाँ,
कलडी तीखी धुप
मिनख जिनावर छापलरया ,
 कर्फ्यू को सो रूप ॥(2)

ध्यान राखज्यो बापजी र ,
कांदा  राब सूं हेत
दोपहरयाँ दरखतां तले,
 संज्या बाज्या खेत ॥ (3)

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